अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर “आभार नहीं जताने” का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद, सोमवारको जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा कि वह अमेरिका के महत्व को समझते हैं और अब तक मिली हर सहायता के लिए आभारी हैं।
उनका यह संदेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तब आया जब दो दिन पहले व्हाइट हाउस में ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने उन्हें चिल्लाकर अमेरिका के समर्थन के लिए आभार नहीं जताने और प्रस्तावित युद्धविराम शर्तों को अस्वीकार करने के लिए फटकार लगाई थी।
जेलेंस्की ने कहा,
“निश्चित रूप से, हम अमेरिका के महत्व को समझते हैं और हमें अब तक जो भी समर्थन मिला है, उसके लिए हम आभारी हैं। ऐसा कोई दिन नहीं गया जब हमने आभार महसूस न किया हो। यह आभार हमारी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए है – यूक्रेन की मजबूती हमारे साझेदारों के सहयोग पर निर्भर है, और यह उनके स्वयं के सुरक्षा हितों के लिए भी महत्वपूर्ण है।”
यह बयान उन्होंने लंदन में रूस-यूक्रेन युद्ध पर एक प्रमुख शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद दिया।
उन्होंने आगे कहा,
“हर कोई इस मुख्य बात पर सहमत है – शांति तभी वास्तविक होगी जब हमें ठोस सुरक्षा गारंटी मिलेगी। यह पूरे यूरोप, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय संघ और तुर्की की भी यही राय है।”
सुरक्षा शिखर सम्मेलन में कई दिग्गज नेता शामिल
इस सुरक्षा शिखर सम्मेलन की मेजबानी यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने की। इसमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी सहित कुल 18 विश्व नेता शामिल हुए।
यह बैठक ऐसे समय में हुई जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद युद्ध जारी है।
जेलेंस्की ने कहा,
“हमें अनंत युद्ध नहीं, बल्कि शांति चाहिए। और यही कारण है कि हम सुरक्षा गारंटी को इस पूरी प्रक्रिया की कुंजी मानते हैं।”
ट्रंप-जेलेंस्की विवाद
शुक्रवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमीर जेलेंस्की की पहली मुलाकात जनवरी में ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद हुई।
शुरुआती औपचारिकताओं और शिष्टाचार भरे शब्दों के बाद यह बैठक कुछ ही मिनटों में सख्त बहस में बदल गई।
व्हाइट हाउस में हुए इस गर्मागर्म ओवल ऑफिस संवाद में उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने यूक्रेन युद्ध के कूटनीतिक समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जेलेंस्की पर अमेरिका के समर्थन के लिए आभार व्यक्त न करने का भी आरोप लगाया, जब यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस के साथ कूटनीतिकी उनकी अपील पर सवाल उठाया।
इसके बाद ट्रंप ने भी जेलेंस्की को खरी-खोटी सुनाई और कहा,
“अगर अमेरिका ने समर्थन नहीं दिया होता, तो यूक्रेन अब तक रूस के अधीन आ चुका होता।”
इस विवाद के बाद जेलेंस्की अपने काफिले में बैठकर व्हाइट हाउस से निकल गए, जबकि उनके और ट्रंप के बीच संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की योजना थी, जो अब रद्द हो गई।
अमेरिका-यूक्रेन के बीच खनिज समझौता भी अटका
अमेरिका और यूक्रेन के बीच खनिज समझौते पर हस्ताक्षर होने थे, जिसे युद्ध समाप्त करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा था। लेकिन यह विवाद के चलते नहीं हो सका।