महाराष्ट्र सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे ने अपने करीबी सहयोगी की गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा दे दिया है। बीड जिले में दिसंबर में हुए सर्पंच संतोष देशमुख की निर्मम हत्या के मामले में वल्मिक कराड की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया। धनंजय मुंडे के पास खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्रालय की जिम्मेदारी थी।
X (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए धनंजय मुंडे ने लिखा,
“मैंने हमेशा मांग की है कि सर्पंच की हत्या के आरोपियों को कठोरतम सजा मिले। कल जो तस्वीरें सामने आईं, उन्हें देखकर मैं बेहद दुखी हुआ। इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है और चार्जशीट अदालत में दाखिल की जा चुकी है। साथ ही, न्यायिक जांच भी प्रस्तावित है।”
स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा,
“मैंने अपने अंतर्मन की आवाज सुनी और यह फैसला लिया। मेरी तबीयत भी ठीक नहीं है और डॉक्टरों ने जल्द इलाज कराने की सलाह दी है।”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को बताया कि उन्होंने धनंजय मुंडे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इसे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को भेज दिया गया है।
राजनीतिक हलचल और इस्तीफे की पृष्ठभूमि
सूत्रों के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ बैठक के बाद फडणवीस ने यह निर्णय लिया। बैठक में सर्पंच की हत्या से जुड़े आरोपपत्र के राजनीतिक प्रभाव और वल्मिक कराड की कथित भूमिका पर चर्चा हुई।
49 वर्षीय धनंजय मुंडे अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक हैं और बीड जिले के परली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता दिवंगत गोपीनाथ मुंडे के भतीजे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे के चचेरे भाई हैं। 2013 में उन्होंने एनसीपी जॉइन की थी और 2023 में पार्टी के विभाजन के बाद अजित पवार के साथ चले गए। वे पूर्व में विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
मंत्री के इस्तीफे के पीछे सर्पंच की दिल दहला देने वाली हत्या
45 वर्षीय संतोष देशमुख, जो बीड के मसाजोग गांव के सर्पंच थे, की 9 दिसंबर को अपहरण, बर्बर यातना और हत्या कर दी गई थी। जांच में सामने आया है कि उन्होंने एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली की कोशिश को रोकने की कोशिश की थी, जिसके कारण उनकी हत्या कर दी गई।
राज्य पुलिस की अपराध जांच विभाग (CID) ने 27 फरवरी को 1,200 पन्नों की चार्जशीट जिला अदालत में दाखिल की। तीन मामले दर्ज किए गए हैं—
- संतोष देशमुख की हत्या,
- अवाडा कंपनी से जबरन वसूली की कोशिश,
- कंपनी के सुरक्षाकर्मी पर हमले का मामला।
आठ आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (MCOCA) लगाया गया है। इनमें से सात आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि एक फरार है। गिरफ्तार आरोपियों में वल्मिक कराड का नाम शामिल होने के बाद सरकार पर धनंजय मुंडे के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ गया था।
नृशंस हत्या, यातना और चौंकाने वाले वीडियो
9 दिसंबर को छह बदमाशों ने संतोष देशमुख को डोंगांव टोल प्लाजा से SUV में अगवा कर लिया और उन्हें केज तालुका की ओर ले गए। उसी शाम, उन्हें नंदुर घाट रोड के पास अचेत अवस्था में पाया गया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चार्जशीट के अनुसार,
- उन्हें दो घंटे से अधिक समय तक गैस पाइप, लोहे की छड़, लकड़ी की डंडियों और धारदार हथियारों से बुरी तरह पीटा गया।
- हमलावरों ने यातना के 15 वीडियो रिकॉर्ड किए, 8 तस्वीरें लीं और दो वीडियो कॉल भी कीं।
- एक वीडियो में पांच आरोपी संतोष देशमुख को सफेद पाइप और लकड़ी के डंडे से पीटते, लात-घूंसे मारते दिख रहे हैं।
- एक अन्य वीडियो में संतोष देशमुख खून से लथपथ, अर्धनग्न अवस्था में नजर आ रहे हैं।
- एक चौंकाने वाले वीडियो में, एक आरोपी उनके ऊपर पेशाब करता हुआ दिखता है।
इस निर्मम हत्या ने राज्य में हलचल मचा दी है, जिसके चलते मंत्री धनंजय मुंडे को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।