पंजाब पुलिस ने गुरुवार को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को जालंधर स्थित पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS) से कड़ी सुरक्षा के बीच एक अन्य अस्पताल में शिफ्ट कर दिया। डल्लेवाल अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं और उन्हें तड़के 2 बजे PIMS लाया गया था, जिसके बाद भारी सुरक्षा में उन्हें अन्यत्र ले जाया गया।
इस बीच, शंभु बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है, जहां हरियाणा पुलिस ने बुलडोजर से कंक्रीट बैरिकेड्स हटाकर प्रदर्शनकारी किसानों की आवाजाही को और सीमित कर दिया। बुधवार रात पंजाब पुलिस ने प्रदर्शन स्थल से किसानों को हटा दिया, और पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने एएनआई को बताया कि इस दौरान किसी भी तरह की बलप्रयोग नहीं किया गया।
इस दौरान डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर सहित कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया।
कौन हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल?
जगजीत सिंह डल्लेवाल का जन्म 1954 में पंजाब के फरीदकोट में हुआ था। वह भारत के प्रमुख किसान नेताओं में से एक हैं, जो किसानों के अधिकारों के लिए संघर्षरत हैं। उन्होंने अपनी स्नातकोत्तर पढ़ाई पंजाबी विश्वविद्यालय से पूरी की।
डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के प्रमुख हैं और कई किसान आंदोलनों का नेतृत्व कर चुके हैं। उनका संघर्ष ‘किसान आंदोलन 2.0’ के रूप में जाना जाता है। पहले वह संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का हिस्सा थे, लेकिन जब इसके नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए संयुक्त समाज मोर्चा का गठन किया, तो उन्होंने संगठन से दूरी बना ली। राजनीतिक भागीदारी के विरोध में, डल्लेवाल ने जुलाई 2022 में 150 किसान संगठनों के साथ मिलकर ‘संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक)’ की स्थापना की।
भूख हड़ताल और MSP की मांग
16 नवंबर 2024 को, डल्लेवाल ने पंजाब-हरियाणा सीमा के खानाौरी बॉर्डर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की। उनकी मुख्य मांग सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी है।
उनकी गिरती सेहत के कारण यह विरोध राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।
- भूख हड़ताल के 101वें दिन उनके पैरों में सूजन, कम पानी पीना और पेशाब की मात्रा बढ़ने जैसी समस्याएं देखी गईं।
- 114वें दिन (20 मार्च 2025) तक उनकी सेहत और बिगड़ चुकी है।
- वरिष्ठ डॉक्टरों का एक पैनल उनकी निगरानी कर रहा है।
- प्रोस्टेट कैंसर से भी जूझ रहे हैं।
अपने परिवार के लिए अंतिम तैयारियां
भूख हड़ताल पर बैठने से पहले जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपनी वसीयत तैयार की और अपनी 17 एकड़ जमीन अपने परिवार को सौंप दी, जिसमें उनका बेटा, बहू और पोता शामिल हैं।
डल्लेवाल का संघर्ष यह दर्शाता है कि किसान आंदोलन अब भी जारी है और MSP पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान अडिग हैं।