गुजरात के जामनगर में इस सप्ताह हुए एक जैगुआर फाइटर जेट क्रैश में शहीद हुए भारतीय वायुसेना के फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का शुक्रवार को उनके हरियाणा स्थित पैतृक गांव में संपूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान हजारों की संख्या में स्थानीय लोग, वायुसेना और सशस्त्र बलों के अधिकारी, पुलिस कर्मी और राजनीतिक नेता अंतिम विदाई देने पहुंचे।
सबकी निगाहें टिकी थीं उस क्षण पर, जब पायलट की मंगेतर सानिया ने अपने जीवन साथी को अंतिम बार देखने की गुहार लगाई।
💔 “एक बार चेहरा दिखा दो…”
इंटरनेट पर वायरल एक वीडियो में सानिया विलाप करती हुई बार-बार कहती नज़र आती हैं,
“एक बार चेहरा दिखा दो… बस एक बार चेहरा दिखा दो…”
ताबूत के पास खड़ी होकर वह फूट-फूटकर कहती हैं:
“बेबी, तू मुझे लेने नहीं आया… तूने वादा किया था।”
💍 शादी से बस 10 दिन पहले…
सिद्धार्थ और सानिया की सगाई हादसे से महज 10 दिन पहले ही हुई थी।
दोनों की शादी 2 नवंबर को होने वाली थी। लेकिन अब उस सपने की जगह मातम ने ले ली है।
✈️ हादसा और अंतिम क्षणों का साहस
28 वर्षीय फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव, जो हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रहने वाले थे, रूटीन उड़ान पर थे जब उनका जैगुआर फाइटर जेट तकनीकी खराबी के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
अपने अंतिम पलों में उन्होंने अद्भुत साहस दिखाते हुए पहले अपने साथी पायलट मनोज कुमार सिंह को विमान से बाहर निकाला और फिर जनसंख्या क्षेत्र से विमान को दूर ले जाकर एक खुले मैदान में क्रैश लैंड कराया।
इस हादसे में सिद्धार्थ शहीद हो गए, जबकि उनके साथी अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
🇮🇳 देश और परिवार को गर्व
सिद्धार्थ यादव एक सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता सुशील यादव भारतीय वायुसेना में कार्यरत थे, जबकि दादा और परदादा ने सेना में सेवा दी थी।
उनकी अंतिम यात्रा के दौरान गांव की सड़कों पर लोगों ने पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि दी। कई पूर्व सैनिक हाथों में तिरंगा लेकर पहुंचे।
🕊️ नेताओं की श्रद्धांजलि
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा:
“जामनगर के पास एयरफोर्स विमान दुर्घटना में रेवाड़ी के भालखी गांव के वीर पुत्र जैगुआर पायलट सिद्धार्थ यादव जी के बलिदान को नमन करता हूं। यह बलिदान सदैव अमर रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।”
🛡️ वायुसेना की ओर से शोक
भारतीय वायुसेना ने शोक जताते हुए कहा:
“IAF इस अपूरणीय क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करता है और शोक संतप्त परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है। दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया गया है।”
एक साहसी योद्धा चला गया, लेकिन उसकी शहादत, प्रेम और कर्तव्य के प्रति समर्पण की मिसाल हमेशा जीवित रहेगी।