OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन भारत दौरे पर हैं, जहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णवसे मुलाकात करेंगे। उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब OpenAI डीपसीक (DeepSeek) की प्रतिस्पर्धा और भारतीय मीडिया के साथ कॉपीराइट विवाद जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है।
भारत में OpenAI के खिलाफ कानूनी मोर्चा
भारत में कई प्रमुख न्यूज ब्रॉडकास्टर्स और पब्लिशर्स ने OpenAI पर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उनका कहना है कि OpenAI ने अपने एआई मॉडल को ट्रेनिंग देने के लिए पब्लिकली उपलब्ध समाचार सामग्री का उपयोग किया है, जो कॉपीराइट कानूनों के तहत संरक्षित है। मीडिया संगठनों का तर्क है कि कंटेंट भले ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हो, लेकिन बिना अनुमति इसका उपयोग करना अवैध है।
OpenAI का बचाव
इस मामले में OpenAI ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि भारतीय अदालतों को इस मुद्दे पर मुकदमा चलाने का अधिकार नहीं है, क्योंकि कंपनी के सर्वर अमेरिका में स्थित हैं। OpenAI का दावा है कि किसी भी कानूनी चुनौती को कैलिफोर्निया में दायर किया जाना चाहिए।
सैम ऑल्टमैन की भारत यात्रा क्यों अहम?
सैम ऑल्टमैन की यह यात्रा खास मानी जा रही है, क्योंकि 2023 में उन्होंने एक बयान में कहा था कि भारत के लिए OpenAI जैसे फाउंडेशनल मॉडल के साथ प्रतिस्पर्धा करना “निराशाजनक” होगा। उनके इस कॉमेंट के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है, जिससे कई संभावित चर्चाओं और सहयोगों को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।
OpenAI के CEO की यह मुलाकात भारत में एआई तकनीक के भविष्य और नियमन को लेकर महत्वपूर्ण हो सकती है। साथ ही, यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय सरकार और टेक इंडस्ट्री इस कॉपीराइट विवाद पर क्या रुख अपनाते हैं।