JPMorgan Chase & Co के CEO जेमी डाइमन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में घोषित टैरिफ (शुल्क) नीतियों पर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि इन उपायों से अमेरिका में महंगाई बढ़ सकती है और मंदी की आशंका पैदा हो रही है।
शेयरधारकों को लिखे अपने वार्षिक पत्र में, डाइमन ने अमेरिका को सलाह दी कि वह भारत जैसे देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते मजबूत करे, बजाय इसके कि उन्हें अमेरिकी खेमे में आने के लिए मजबूर किया जाए।
“हालिया टैरिफ्स महंगाई बढ़ा सकते हैं और इससे मंदी की संभावना को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं,” उन्होंने कहा। “भले ही इससे सीधी मंदी न आए, लेकिन आर्थिक विकास की रफ्तार जरूर धीमी हो सकती है।”
📉 अमेरिका के सामने आर्थिक अस्थिरता
डाइमन ने कहा कि टैक्स सुधार और डि-रेगुलेशन जैसे कुछ सकारात्मक पक्ष हैं, लेकिन टैरिफ, व्यापार युद्ध, लगातार ऊंची महंगाई, बढ़ता राजकोषीय घाटा और शेयर बाजार की अस्थिरता जैसे नकारात्मक पक्ष भी गंभीर हैं।
“टैरिफ्स से न सिर्फ आयातित वस्तुएं महंगी होंगी, बल्कि घरेलू उत्पादों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं क्योंकि इनपुट कॉस्ट बढ़ेगी और घरेलू डिमांड भी ज्यादा होगी।”
🌏 भारत जैसे देशों से व्यापारिक संबंधों पर ज़ोर
डाइमन ने खास तौर पर भारत और ब्राज़ील जैसे गैर-पक्षधर (Non-Aligned) देशों का जिक्र करते हुए कहा:
“हमें भारत जैसे कई देशों से यह नहीं कहना चाहिए कि वे हमारे साथ पूरी तरह से गठबंधन करें। बल्कि हम उन्हें व्यापार और निवेश के ज़रिए अपने नज़दीक ला सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास कुछ अपने करीबी सहयोगियों के साथ भी ठोस व्यापार समझौते नहीं हैं।
इस बीच, अमेरिका ने भारत से आयातित उत्पादों पर 26% शुल्क और ब्राज़ील से आयातित वस्तुओं पर 10% टैरिफ लगा दिए हैं।
🔥 ट्रंप की नीतियों पर चौतरफा हमला
बिलेनियर इन्वेस्टर बिल एकमैन ने भी चेताया कि ट्रंप की नीतियां अमेरिका की वैश्विक कारोबारी साख को नुकसान पहुंचा रही हैं।
“हम अपने देश को एक भरोसेमंद कारोबारी साथी और निवेश केंद्र के रूप में बर्बाद करने की राह पर हैं।”
रिपब्लिकन पार्टी के मजबूत नेता सेनेटर टेड क्रूज़ ने भी चेताया कि अगर अमेरिका मंदी में गया, तो 2026 में “राजनीतिक खूनखराबा” तय है।
🌀 ट्रेड वॉर में नई दरार
इसी बीच, ट्रंप ने सोमवार को चीन पर 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी। चीन ने भी जवाबी कार्रवाई में 34% ड्यूटी लगा दी। इससे अब चीनी वस्तुओं पर कुल अमेरिकी टैरिफ 84% तक पहुंच गया है।
हालांकि ट्रंप ने इन कदमों को “आवश्यक दवा” बताते हुए बचाव किया है और कहा है कि इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सकता है।
🔍 निष्कर्ष
JPMorgan के CEO की यह चेतावनी सिर्फ बाजारों के लिए ही नहीं, बल्कि अमेरिका की वैश्विक भूमिका और रणनीतिक नीति के लिए भी एक गंभीर संदेश है। भारत जैसे देशों को सहयोगी बनाना एक कूटनीतिक अवसर हो सकता है — न कि टैरिफ और दबाव की रणनीति का शिकार।