2008 के मुंबई आतंकी हमलों में मुख्य भूमिका निभाने के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाए जाने के कुछ घंटे बाद, अब नई तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें अमेरिकी मार्शल्स उन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंपते दिख रहे हैं।
अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा जारी इन तस्वीरों में राणा को बेज़ रंग की जेल यूनिफॉर्म में देखा जा सकता है। उन्हें अमेरिकी मार्शल्स की निगरानी में भारत के विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों को 9 अप्रैल को एक सुरक्षित स्थान पर सौंपा गया।
🔍 26/11 हमले की पृष्ठभूमि
26 से 29 नवंबर 2008 के बीच, पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के 10 आतंकवादियों ने मुंबई पर कहर बरपाया था। तहव्वुर राणा पर आरोप है कि उन्होंने इस हमले की भूमि तैयार करने में अहम भूमिका निभाई, भले ही वो खुद बंदूक लेकर नहीं उतरे।
उनका शिकागो स्थित इमिग्रेशन बिजनेस कथित रूप से एक छलावरण के रूप में इस्तेमाल हुआ, जिससे उनके बचपन के दोस्त और हमले के सह-साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली (असल नाम दाऊद गिलानी) को भारत आने-जाने की सुविधा मिली।
हेडली ने पाकिस्तान में LeT से सैन्य प्रशिक्षण लिया था और भारत में आकर टारगेट्स की रेकी, वीडियो सर्विलांस, और जानकारी LeT को भेजीथी।
📞 हमलों के बाद बयान
अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, मुंबई हमलों के बाद एक इंटरसेप्टेड कॉल में राणा ने कथित रूप से कहा कि “शिकारों को उसका हक मिला”, और हमलावरों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें पाकिस्तान का सबसे बड़ा सैन्य सम्मान “निशान-ए-हैदर” दिया जाना चाहिए।
⚖ लंबी कानूनी लड़ाई और सेहत का हवाला
2009 में राणा को एक अलग साजिश में गिरफ़्तार किया गया था, जो डेनमार्क के एक अखबार पर हमला करने की योजना से जुड़ी थी। 2013 में उन्हें LeT को समर्थन देने का दोषी करार दिया गया और 14 साल की सज़ा सुनाई गई।
भारत ने 2020 में औपचारिक रूप से राणा के प्रत्यर्पण की मांग की, लेकिन उनके वकीलों ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों और भारत में उत्पीड़न का खतरा बताकर प्रक्रिया को लगभग पांच साल तक टालते रहे।
राणा ने फरवरी 2024 में अमेरिका की अदालत में “आपात अपील” दायर की, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें दिल के कई दौरे, क्रॉनिक किडनी डिजीज, संदिग्ध ब्लैडर कैंसर, पार्किंसन्स, और दमा जैसी बीमारियाँ हैं, और भारत भेजा जाना उनके लिए “मौत का फरमान” साबित होगा।
हालांकि, अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी अपील खारिज कर दी और 9 अप्रैल को उन्हें भारत को सौंप दिया गया।
👮♂️ भारत में अगली कार्रवाई
भारत पहुंचने के बाद, तहव्वुर राणा को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 18 दिन की हिरासत में ले लिया है। आने वाले दिनों में उन्हें मुंबई ले जाया जाएगा, जहां उनसे पूछताछ और मुकदमा चलाया जाएगा।