लेबनान में लंबे समय से चले आ रहे राजनीतिक संकट का समाधान हो गया है। प्रधानमंत्री नवाफ सलाम के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो गया है, जिससे 2022 से जारी गतिरोध समाप्त हो गया। राष्ट्रपति जोसेफ औन ने पिछली कार्यवाहक सरकार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और नई सरकार के गठन के आदेश पर हस्ताक्षर किए।
राष्ट्रपति पद पर जोसेफ औन की नियुक्ति
लेबनान की संसद ने 9 जनवरी, 2025 को देश के सेना कमांडर जोसेफ औन को राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान किया। इस निर्णय से दो वर्षों से रिक्त राष्ट्रपति पद को भर दिया गया। यह मतदान इजरायल और हिज़्बुल्लाह के बीच 14 महीने से चले आ रहे संघर्ष के बाद हुआ है, जब हाल ही में एक अस्थायी युद्धविराम समझौता किया गया था।
लेबनान को अंतर्राष्ट्रीय सहायता की आवश्यकता
राष्ट्रपति जोसेफ औन को संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब का समर्थन प्राप्त माना जा रहा है। इन देशों की सहायता लेबनान के लिए महत्वपूर्ण होगी, ताकि इजरायल समझौते के तहत दक्षिणी लेबनान से सेना की वापसी सुनिश्चित की जा सके और युद्ध के बाद पुनर्निर्माण के लिए धन जुटाया जा सके।
जोसेफ औन को मिला बहुमत, लेकिन जीत के लिए अपर्याप्त
पहले दौर के मतदान में जोसेफ औन को 128 में से 71 वोट मिले, लेकिन वे दो-तिहाई बहुमत से कम रहे।
- 37 सांसदों ने खाली मतपत्र डाले
- 14 सांसदों ने “संप्रभुता और संविधान” के लिए मतदान किया
संसद अध्यक्ष नबीह बेरी ने सत्र को दो घंटे के लिए स्थगित कर दिया, जिसके बाद एक और मतदान दौर आयोजित किया जाएगा।
नई सरकार से उम्मीदें
अब जब सरकार का गठन हो गया है, लेबनान को राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक सुधार और पुनर्निर्माण की दिशा में काम करना होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सहायता और सरकार की नीतियों पर निर्भर करेगा कि लेबनान अपनी आर्थिक चुनौतियों से कैसे उबरता है और स्थिर शासन स्थापित करता है।