पुणे के व्यस्त स्वर्गगेट बस स्टैंड पर, जो एक पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है, एक 26 वर्षीय महिला के साथ मंगलवार तड़के बस के अंदर दुष्कर्म किया गया।
आरोपी की पहचान, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं
सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान दत्तात्रय रामदास (36) के रूप में की गई है, लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस ने आठ विशेष टीमें और एक खोजी कुत्तों की यूनिट तैनात कर दी है ताकि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। रामदास का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड है।
घटना के बाद पुलिस ने बताया कि बस को भी तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया है।
कैसे हुई घटना?
पुलिस के अनुसार, यह अपराध सुबह 5:45 से 6:30 के बीच हुआ।
सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को महिला से बात करते हुए देखा गया। महिला ने बताया कि रामदास ने उसे ‘दीदी’ कहकर संबोधित किया और पूछा कि वह कहां जा रही है। फिर उसने महिला से कहा कि जिस बस में कोई रोशनी नहीं थी, वही उसे गंतव्य तक लेकर जाएगी।
जब महिला ने बस में चढ़ने से हिचकिचाहट दिखाई और अंधेरे को लेकर सवाल किया, तो आरोपी ने बहाना बनाया कि बस में यात्री सो रहे हैं, इसलिए लाइट बंद है।
जैसे ही महिला बस में चढ़ी, आरोपी भी अंदर आ गया, दरवाजा बंद कर दिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
दुष्कर्म के बाद महिला ने कैसे दर्ज कराई शिकायत?
इसके बाद महिला एक दूसरी बस में सवार हुई, जहां उसका एक दोस्त यात्रा कर रहा था। उसने अपने दोस्त को घटना के बारे में बताया, जिसने उसे तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी।
पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली गई है। इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि बस डिपो प्रबंधन की लापरवाही से यह घटना कैसे संभव हुई।
राजनीतिक दलों का आक्रोश
स्वर्गगेट बस स्टैंड महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम (MSRTC) द्वारा संचालित सबसे बड़े बस स्टैंडों में से एक है।
इस दुष्कर्म की घटना के बाद राजनीतिक दलों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनकी सरकार पर निशाना साधा।
कांग्रेस का हमला
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सापकाले ने राज्य में बढ़ते अपराध और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने दिल्ली में 2012 में हुई निर्भया कांड का जिक्र करते हुए कहा,
“जब दिल्ली में निर्भया गैंगरेप हुआ था, तब जनता ने सरकार बदल दी थी। आप (BJP) महिलाओं के लिए मुफ्त योजनाएं चलाते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा पर ध्यान नहीं देते।”
एनसीपी की आलोचना
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि जिस इलाके में पुलिस की नियमित गश्त होती है, वहां ऐसी घटना होना कानून-व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।
“इससे साफ पता चलता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है। गृह विभाग पुणे में अपराध रोकने में पूरी तरह असफल रहा है।”
शिवसेना का विरोध प्रदर्शन
उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने इस घटना को लेकर बस स्टैंड पर प्रदर्शन किया।
समाचार एजेंसी ANI द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में शिवसेना नेता वसंत मोरे और अन्य कार्यकर्ताओं को बस स्टैंड कार्यालय के अंदर विरोध करते हुए देखा गया। इस दौरान कार्यालय की खिड़कियां भी तोड़ दी गईं।
जांच जारी, आरोपी की तलाश में पुलिस
फिलहाल, पुलिस आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। साथ ही, बस डिपो प्रबंधन और सुरक्षा चूक की भी जांच की जा रही है।