कर्नाटक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और अभिनेत्री रान्या राव के सौतेले पिता डीजीपी के रामचंद्र राव को अनिवार्य छुट्टी (compulsory leave) पर भेज दिया गया है। यह फैसला अभिनेत्री की सोने की तस्करी मामले में गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद लिया गया है।
कर्नाटक राज्य पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के डीजीपी के रामचंद्र राव के छुट्टी पर भेजे जाने का आदेश आज जारी किया गया, लेकिन इसमें किसी कारण का उल्लेख नहीं किया गया है।
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर रान्या राव की गिरफ्तारी
इस महीने की शुरुआत में रान्या राव को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था, जब अधिकारियों ने उनके पास से 14.8 किलोग्राम सोना बरामद किया।
डीजीपी रामचंद्र राव ने बेटी की गिरफ्तारी पर कहा:
“हर पिता की तरह जब मैंने मीडिया के जरिए यह खबर सुनी, तो मैं हैरान और टूट गया। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मैं इस पर और कुछ नहीं कहना चाहता।”
उन्होंने आगे कहा,
“वह हमारे साथ नहीं रहती… वह अपने पति के साथ अलग रहती है। शायद उनके बीच कुछ पारिवारिक समस्याएं हैं।”
सोने की तस्करी का खुलासा कैसे हुआ?
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रान्या राव ने वीआईपी सुविधा और अपने संपर्कों का उपयोग कर सुरक्षा जांच से बचने की कोशिश की। उन्होंने खुद को कर्नाटक के डीजीपी की बेटी बताते हुए स्थानीय पुलिस से सुरक्षा एस्कॉर्ट की मांग की थी। हालांकि, अधिकारियों को पहले से ही उन पर शक था, क्योंकि उन्होंने 15 दिनों में 4 बार दुबई की यात्रा की थी।
डायरेक्टोरेट ऑफ़ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने 3 मार्च को केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रान्या राव को गिरफ्तार किया, जब उनके पास से 12.56 करोड़ रुपये की कीमत के सोने के बिस्किट बरामद हुए। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने सोने के गहने पहनकर और बाकी सोने को कपड़ों में छिपाकर तस्करी करने की कोशिश की थी।
घर की तलाशी में और सोना और नकदी बरामद
गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों ने रान्या राव के घर की तलाशी ली, जहां से
- 2.06 करोड़ रुपये के सोने के गहने
- 2.67 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।
तीन एजेंसियां कर रही हैं जांच
इस मामले की जांच तीन एजेंसियां कर रही हैं:
- DRI – रान्या राव के सोने की तस्करी के मामले की जांच कर रही है।
- CBI – सोने की तस्करी के पूरे नेटवर्क और इसमें शामिल लोगों की जांच कर रही है।
- ED (प्रवर्तन निदेशालय) – हवाला के जरिए पैसे के लेन-देन की जांच कर रही है।
इसके अलावा, कर्नाटक सरकार ने भी एक जांच शुरू की है, जिसमें यह पता लगाया जाएगा कि क्या अभिनेत्री ने वीआईपी एयरपोर्ट प्रोटोकॉल का गलत फायदा उठाया।