श्रावस्ती में SSB के 20 जवानों को मधुमक्खी पालन का वैज्ञानिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल के तहत कृषि विज्ञान केंद्र, श्रावस्ती के विशेषज्ञ डॉ. एस.पी. सिंह, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. रोहित पांडेय, डॉ. राम भरोसे और डॉ. आशीष जवानों को मधुमक्खी पालन की बारीकियांसिखाएंगे।
प्रशिक्षण के प्रमुख बिंदु
इस कार्यक्रम में मधुमक्खी कॉलोनी का प्रबंधन, शहद उत्पादन की विधियां और इसे व्यावसायिक रूप से अपनाने की तकनीकों पर विशेष जोर दिया जाएगा। जवानों को वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन करने और उसके फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
SSB के कमांडेंट अमरेन्द्र कुमार वरुण ने बताया कि यह पहल पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक समृद्धि के लिहाज से महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद वाहिनी में मधुमक्खी पालन शुरू किया जाएगा, और उत्पादित शहद जवानों के मेस में वितरित किया जाएगा।
सरकार की पहल के तहत आत्मनिर्भर बनेंगे जवान
यह कार्यक्रम भारत सरकार की मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने की योजना का हिस्सा है। इससे न केवल जवानों को नई कौशल सीखने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी आगे बढ़ेंगे।