रांची में 2 और कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने के बाद जिला में अब 12 ही एक्टिव केस रह गए हैं। अब तक रांची जिले में कुल कोरोना संक्रमण के अब तक 105 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 91 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
jharkhand DC
हिन्दपीढ़ी क्षेत्र में उपद्रवियों द्वारा अशान्ति पैदा करने की कोशिश, दलबल तैनात
शनिवार शाम हिन्दपीढ़ी क्षेत्र में उपद्रवियों द्वारा अशान्ति पैदा करने की कोशिश करने की खबरें प्राप्त हुई। जिसके पश्चात त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त रांची राय महिमापत रे एवं वरीय पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता पूरे दलबल के साथ मौके पर पहुंचे एवं मामले को शान्त करवाया।
झारखण्ड में अन्य राज्यों के फंसे लोग घर वापस जाने हेतु झारखंड सहायता पोर्टल पर पंजीकृत कराएं
अन्य राज्य के वैसे व्यक्ति जो लॉक डाउन की वजह से झारखंड में फंसे है वह झारखण्ड सहायता पोर्टल के वेब लिंक http://covid19reg.jharkhand.gov.in/ पर खुद को पंजीकृत करें, जिससे राज्य सरकार आप तक पहुँच सके और आपको आपके राज्य तक पहुंचा सके।
स्पेशल ट्रेन से आनेवाले सभी प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक बस से पहुंचाएगी सरकार
प्रवासी मजदूरों को झारखण्ड लाने के संबंध में हटिया रेलवे स्टेशन में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में परिवहन सचिव के रवि कुमार, उपायुक्त रांची राय महिमापत रे, एसएसपी अनीस गुप्ता, एस पी सिटी सौरभ, एस पी ट्रैफिक अजित पीटर डुंगडुंग, जिला परिवहन पदाधिकारी संजीव कुमार एडिशनल डीआरएम (ADRM) अजित सिंह यादव, रेलवे पी आर ओ (CPRO) नीरज कुमार, सीनियर डी सी एम अवनीश, रेलवे सुरक्षा बल के कमांडेंट प्रशांत सिंह तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
CRPF के अधिकारियों के साथ उपायुक्त ने की बैठक
रांची उपायुक्त राय महिमापत रे की अध्यक्षता में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई। उपायुक्त के गोपनीय कार्यालय कक्ष में आयोजित इस बैठक के दौरान हिंदपीढ़ी के कमांड एंड कंट्रोल रूम के संचालन की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी गई। बैठक के दौरान सीआरपीएफ को जिला प्रशासन के प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों और कर्मियों से बेहतर समन्वय स्थापित करने का निदेश दिया गया।
मुख्यमंत्री ने हिंदपीढ़ी के लिए आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री वितरण की व्यवस्था की
हिंदपीढ़ी पूरी तरह से लॉकडाउन है। लोगों का घरों से निकलना बंद है। ऐसे में किसी व्यक्ति, परिवार को खाद्यान्न की कमी न हो, इस बात को ध्यान के रखकर हिंदपीढ़ी के करीब आठ हजार घरों के लिए आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री वितरण की व्यवस्था की गई है।