मुंबई पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या स्टैंड-अप कॉमेडियन कुनाल कामरा द्वारा शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर किए गए व्यंग्य किसी साजिश का हिस्सा थे। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उन्हें इस मज़ाक के लिए पैसे या किसी अन्य प्रकार की सहायता मिली थी।
खार पुलिस स्टेशन की एक टीम मुंबई स्थित कुनाल कामरा के घर पहुंची और उनके माता-पिता को समन सौंपा। पुलिस ने कामरा को पूछताछ के लिए हाज़िर होने को कहा है। चूंकि वह इस समय महाराष्ट्र से बाहर हैं, इसलिए समन उनके व्हाट्सएप पर भी भेजा गया है।
क्या किसी ने लिखकर दिया मज़ाक?
मुंबई पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह भी जांच की जा रही है कि क्या किसी ने उन्हें शिंदे पर मज़ाक लिखकर दिया था। पुलिस उनका फोन और अन्य डिजिटल डिवाइस भी जांच सकती है।
शो में ‘गद्दार’ जिब और शिवसेना का गुस्सा
मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में शूट किए गए एक स्टैंड-अप शो के दौरान, कुनाल कामरा ने 1997 की फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के गाने ‘भोली सी सूरत’का पैरोडी वर्जन पेश किया। इस दौरान उन्होंने एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ (देशद्रोही) कहकर व्यंग्य किया।
यह टिप्पणी शिवसेना कार्यकर्ताओं को नागवार गुज़री और उन्होंने स्टूडियो में तोड़फोड़ कर दी। हालांकि, एकनाथ शिंदे ने इस हमले का समर्थन नहीं किया, लेकिन कहा, “हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।” उन्होंने यह भी पूछा, “आख़िर कुनाल कामरा को मुझ पर तंज कसने की सुपारी किसने दी?”
स्टूडियो पर तोड़फोड़ और फिर बीएमसी की कार्रवाई
तोड़फोड़ के बाद, बीएमसी अधिकारियों ने स्टूडियो में अवैध निर्माण का हवाला देते हुए वहां तोड़फोड़ की। स्टूडियो ने फिलहाल संचालन बंद करने का फैसला किया और बयान जारी कर कहा, “हम किसी कलाकार की प्रस्तुति के कंटेंट के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, लेकिन बार-बार हमें निशाना बनाया जाता है, जैसे हम कलाकार के लिए एक प्रॉक्सी हैं।”
कामरा ने दिया करारा जवाब
कुनाल कामरा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “कॉमेडी के लिए किसी स्थान को तोड़ना वैसा ही है, जैसे टमाटर से भरे ट्रक को पलट देना क्योंकि आपको परोसी गई बटर चिकन पसंद नहीं आई।”
उन्होंने कहा कि उन्हें भीड़ का कोई डर नहीं है और वह पुलिस और अदालत के साथ सहयोग करने को तैयार हैं। लेकिन उन्होंने सवाल उठाया, “क्या कानून तोड़फोड़ करने वालों और बिना नोटिस के बीएमसी द्वारा स्टूडियो को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ भी समान रूप से लागू किया जाएगा?”
विपक्ष ने जताया विरोध
विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कुनाल कामरा का समर्थन किया।
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि “कुनाल कामरा ने जो कहा वह व्यंग्य नहीं बल्कि सच्चाई है। गद्दार वही होते हैं जो चोरी करते हैं। ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ गद्दारों पर लागू नहीं होती।”