पूरा विश्व आज एक कोरोना वायरस के कारण थम सा गया है। जहां एक तरफ इस वायरस से बचने के लिए लोग अपने घरों में कैद हैं, वही दैनिक मजदूरी करने वाले लोग इस वायरस से बचने के लिए अपने ही स्तर पर तैयारी कर रहे हैं। सरकार की तरफ से यह गाइडलाइन दिया गया है कि चेहरे पर मास्क और हाथों को बार बार धोना इस बीमारी से बचा जा सकता है। बावजूद इसके झारखंड में कई ऐसे लोग हैं जो मास्क और सैनिटाइजर या साबुन जैसी चीजों से कोसों दूर है।
यह तस्वीर सरकार के ऊपर एक तमाचा है जो झारखंड को विकसित करने का दावा करते हैं। इस तस्वीर की सच्चाई बस इतनी है कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए पत्ते का मास्क बनाकर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह तस्वीर शायद प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री, झारखंड तक नहीं पहुंची है। लेकिन इतना जरूर है कि सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को कई लोगों ने लाइक और शेयर किया है।
हम आज अपने अपने घरों में कैद हैं। अपने अपने घरों में जरूरत की सारी चीजें जमा कर रखे हैं, हाथों को बार बार धोना, चेहरे को रुमाल या मास्क से बांधे रखना यह हमारी दिनचर्या में शामिल हो चुका है। लेकिन इतना जरूर है कि गरीबी रेखा से नीचे रह रहे यह लोग देश के प्रधानमंत्री के बात को उतना ही मान रहे जितना कि हम और आप।